Friday, May 14, 2021

###परिवार और खुशियां❤️🌸🌱🌻🌺🍁

परिवार ही सब कुछ हैं... हिम्मत हैं... संबल हैं... ताकत हैं.. खुशि हैं.. ओर हर आपदा को जीतने का विश्वास हैं..

परिवार के साथ बीते वो जिँदगी हैं..
ओर परिवार के बिना बीते वो दिन उम्र 

आओ क्यों न मिलकर फिर एक परिवार बना ले...
अपनो की जिँदगी को चारचांद लगा दे...

इस उम्मीद के पल मैं खुद को ही ऑक्सीजन का
रामबाड बना ले...

परिवार मैं रह के इंसान की सारी तकलीफे दूर होती...
बासी रोटी भी किसी पंच मेवों से कम नहीं होती हैं....

जहाँ दादा, दादी, नाना ,नानी का सुख न हो..
चाचा, मामा का टोक न हो वो परिवार ही क्या 
जो रिश्ते को माफ कर जाने हक न हों...

आओ फिर मिलकर से परिवार बनाते हैं, उस आँगन
उस कमरे को फिर से खुशियों से सजाते हैं❤️🌸🌼🌱🌻

Saturday, April 24, 2021

##चलो आज हम मिलकर संयम का दामन पकड़ लेते हैं।❤️🌸🌱🌻🍁🌺🌼

चलो आज हम मिलकर संयम का दामन पकड़ लेते हैं।
 जहाँ कोई अपना हो न पराया हो 
 बस खुशिया हो और खुशियों का साया हो

गम के इस दौर में छोटी - छोटी ख़ुशियों से 
उस सिलेंडर में ऑक्सीजन का घड़ा भर लेते हैं
 
तपन के इस दौर में छायादार पेड़ ही बन लेते हैं
चलो आज हम मिलकर संयम का दामन पकड़ लेते हैं।
🌺🌼🍁🌻🌱🌸❤️😊

Friday, April 23, 2021

#जिँदगी#❤️🌱🌻🍁🌼🌸

##आज फिर मैंने जिँदगी को दो पहियों मे जाते देखा ।
उस शमसान घर मे आपनो को छोड़ दूसरो को आग लगाते देखा।

हर जगह बस डर सा माहौल हैं, उस सुनसान सी पटरी मे 
मौतो की रेल साबर हैं।

कोई अपनों को बचाने के लिये खुद को कुर्बान हैं।
इस महामारी के दौर मैं इंसान न इंसान हैं।

मौतो का वो मंजर ओर रोने की वो चीख लिये भटक रहे हैं।
अपने -अपनो की भीख लिये।

अब कोई मंदिर - मस्जिद का दरवाजा नहीं खट खटता 
अब तो वो अस्पताल ही भगवान का घर बन जाता हैं।

जहाँ इंसान छोटी सी उम्मीद लिये जिँदगी की दौड़ लगाता हैं।
अब तो वह अस्पताल ही भगवान का घर बन जाता हैं।🌸🌼🍁🌻🌱😐🌻🌱❤️

Sunday, March 14, 2021

#❤️🍁🌱ऐ सपने आज तू फिर से मुस्कुराने की हिम्मत कर ले।

ऐ सपने तू फिर से मुस्कुराने की हिम्मत कर ले।
इन छोटे - छोटे कदमो से तू फिर से जिद पकड़ ले ।

कुछ कोशिश आज कर ले तो कुछ कोशिश कल कर ले।
ऐ सपने तू फिर से मुस्कुराने की हिम्मत कर ले।
🌱🍁❤️🌻🌼

Sunday, November 15, 2020

सुखी हो नाज न करो दुखी हो तो फिक्र न करो🌻😊✌️🌱🌺❤️🌼🍁🌱🌺

सुखी हो तो नाज न करो ,दुखी हो तो फिक्र न करो ।
यह पल भी बीत जायेगा , कभी हँसऐगा तो कभी रुलाऐगा।

दुदगुदाता फ़ूडफूडता हुआ ही नज़र आऐगा किसी को न समझ आऐगा ।
यह पल भी बीत जाऐगा, यह पल भी बीत जाऐगा।
✌️🌱🌻🌺🌻🌼😊🌱🍁🌸❤️❤️

Friday, September 13, 2019

#चलो आज प्रयास करते हैं।🚶👣🐢🌱🕊️🌼⏲️⏳

चलो आज प्रयास करते हैं, अपनी जिँदगी को गुलजार करते हैं।
लगन से ही सही पर कुछ काम करते हैं, चलो आज फिर प्रयास करते हैं।

इस गरीबी को उस प्रयास से आजाद करते हैं, बूढ़ी माँ के सपनो को आज साकार करते हैं।
चलो आज प्रयास करते हैं।

चाँद की उस दक्षिणी सतह को अशोक चिन्ह से गुलजार करते हैं।
चलो आज फिर प्रयास करते हैं।
समाज के ऊँच-नीच से हटकर कुछ बात करते हैं।
पुरानी बातों को अब मॉफ करते हैं।
चलो आज प्रयास करते हैं।

बेजुबान जानवरो को अपने होने का एहसास करते हैं, इस झूठि दुनिया मैं सच्चाइयो को स्वीकार करते हैं।
चलो आज प्रयास करते,चलो आज प्रयास करते हैं।

#माँ❤️❤️😊

ऊँच-नीच न फर्क हैं, इसका चुपके से गम सह ले मर्म हैं, इसका।
नंगे पैरो से काँटो पर भी चल ले ,दुःख होने पर अपने अंदर समेट ले।

एक रोटी के चार हिस्से जो कर दे, अपने हिस्से की जगह जो पानी गटक ले।

ढंड पर जमीन पर जो सोले
बच्चो के सपनो के लिए जो मंगलसूत्र को भी तौल ले।

कान खिंचकर जो समझये ,इंसानियत की कीमत बतलाये।

ख़ुशियों को जो बटौर के लाये ,गम के अँधेरे को भी दूर भागये वो ममतामयि प्यारी मेरी माँ कहलाये, माँ कहलाये।

###परिवार और खुशियां❤️🌸🌱🌻🌺🍁

परिवार ही सब कुछ हैं... हिम्मत हैं... संबल हैं... ताकत हैं.. खुशि हैं.. ओर हर आपदा को जीतने का विश्वास हैं.. परिवार के साथ बीते वो जिँदगी है...