Wednesday, January 30, 2019

##🙏🙌मुझे भीड़ का हिस्सा नही बनना।

## 🙏🙌मुझे भीड़ का हिस्सा नहीं बनना छोटा किस्सा नही बनना मुझे तो बढ़ना है ,छोटा ही सही पर कुछ बनना है ।अकेला चलूँगा तो दूर तक जाऊँगा साथ चलूँगा तो रुक जाऊँगा फिर समय के साथ मैं ढल जाऊँगा ओर लौट के बापस न आ पाऊँगा इसलिये मुझे भीड़ का हिस्सा नहीं बनना छोटा किस्सा नहीं बनना🙌🙏😊

Tuesday, January 22, 2019

##जब मैं देखता हूँ, दीवारों को तो सपने लिखे मिलते हैं।😊✍️📝📖

##जब मैं देखता हूँ, दीवारों को तो सपने लिखे मिलते हैं कही पर अनसुलझे किस्से लिखे मिलते हैं। तो कही पर मुस्कुराने के हिस्से लिखे मिलते हैं, पर सच तो यह हैं ,इसमे हार को हारने के बो किस्से लिखे मिलते हैं।📖📝✍️😊

##जररूत इंसान को जीना सिखाती है😇🚶

##जरूरत इंसान को जीना सिखाती हैं ,बिन बोले चुप रहना सिखाती हैं।जररूत पड़ने पर इंसान,इंसान को पहचान लेता हैं।अपने हो या पराये सब को जान लेता हैं।अकेले रहकर ही जिँदगी को जान लेता हैं।जरूरत इंसान को जीना सिखाती हैं, बिन बोले चुप रहना सिखाती हैं।😇🚶😇

Tuesday, January 15, 2019

##मेरे पास सब कुछ हैं पर कुछ नही🙏😑😶⏲️⏳

##मेरे पास सब कुछ हैं ,पर कुछ नही पैसा तो हैं, पर समय की कीमत नही ।मैं पैसो से इमारत तो बना सकता हूँ ,पर क्या मैं हौसलों की ख़ुशी की इमारत बना पाऊँगा हर वक़्त पैसा ही कमाऊँगा तो कभी चैन से सो पाऊँगा,अपनो से मिल नही पाऊँगा तो किस चीज़ के लिए जाना जाऊँगा।मेरे पास सब कुछ हैं, पर कुछ नही पैसा तो हैं,पर समय की कीमत नही।🙏😐😶😣

Saturday, January 12, 2019

##मैने अब्बा को मेरे सपनो के लिए बाजार होते देखा हैं🙏👨‍👩‍👧‍👧👨‍👧‍👦❤️✌️

##मैने अब्बा को मेरे सपनो के लिए बाजार होते देखा हैं,कभी बयां न किया गम ठंडी, बरसात ,गर्मी मैं मुस्कुराते हुए देखा।
हमे पालने के लिए आधी रातो को उठ उठ के जागते हुए देखा हैं, मैंने अब्बा को मेरे सपनों के लिए बाजार होते देखा हैं।
कभी बया न किया गम चुपके से फटे कपड़ो को सिलाते हुए देखा हैं,हम चैन से सो सके इसलिए खुद को जमीन पर राते काटते हुए देखा हैं।हमारे सिर को कांधे मैं रखकर सहलाते हुए देखा हैं। बचपन मैं अपने कंधों मैं बैठाते हुए देखा हैं।
मैने अब्बा को मेरे सपनो के लिए बाजार होते देखा हैं। हर सुबह अपने होढो पर मुस्कुराहट के पीछे, गम को छुपाते हुए देखा हैं ,मैने अब्बा को मेरे सपनों के लिए बाजार होते देखा हैं।👨‍👧‍👦👨‍👩‍👧‍👧💑❤️🙏

Monday, January 7, 2019

##लेखक बनने के सपने✍️📖📚💡📝

##मैं हमेशा अपने अंदर लेखक बनने के सपने सजाये बैठा था। लिखते-लिखते न जाने  कितने शब्दों को पिरोये बैठा था। सोचता था कि एक दिन आयेगा ओर मुझे सबके सामने बोलने का मौका मिलेगा,तालिया बजेगी ओर एक शोर होता मिलेगा। इन तालियों की गड़गड़ाहट मैं मुझे एक भरोसा मिलेगा तब मुझे एक लेखक बनने का दर्जा मिलेगा एक लेखक बनने का दर्जा मिलेगा।✍️📝📚📖💡

Saturday, January 5, 2019

##बचपन शोर मचाता हुआ गुजर जायेगा😁😁🤽🤼🤸🚣🏊⛹️🏋️🤾🏑🥋🤺🏃🕺🏄🏂🤺🏌️✌️🕺❤️😘🚶

##बचपन शोर मचाता हुआ गुजर जायेगा किसी को न समझ आयेगा ,कटी पतंग को पकड़ पायेगा।
दौड़ भाग करता ही नजर आयेगा, सीढ़ियों से गिर जायेगा टूटे ,दाँत से हँसता जायेगा ,कीचड़ मैं कपड़ो को रंगगयेगा हमें अ ,अनार का करना नही आयेगा बचपन शोर मचाता हुआ गुजर जायेगा किसी को न समझ आयेगा।😁😁🕺🏃💞🏂🏄🏌️🤺🥋🏑🤾⛹️🏊🚣🤸🤼🤽

Tuesday, January 1, 2019

##आह जिँदगी वाह जिँदगी😘🙏👨‍👨‍👧‍👧

##आह जिँदगी कोई कहे वाह जिँदगी रिस्तो की जान जिँदगी पॉकेट का रुमाल जिँदगी बल्ले की जान जिँदगी होसलो की उड़ान जिँदगी रातो का आराम जिँदगी बचपन का प्यार जिँदगी पापा के हाथों की मार जिँदगी डर से लाल जिँदगी किसी का प्यार जिँदगी किसी के खुश होने का अंदाज जिँदगी अपनो का प्यार जिँदगी गरीबो का संसार जिँदगी
इन सभी को जोड़कर इन्द्रधनुष के जैसे साकार जिँदगी इन्द्रधनुष के जैसे साकार जिँदगी इसे ही तो कहते हैं आह जिँदगी वाह जिँदगी🙏❤️😘👨‍👨‍👧‍👧

###परिवार और खुशियां❤️🌸🌱🌻🌺🍁

परिवार ही सब कुछ हैं... हिम्मत हैं... संबल हैं... ताकत हैं.. खुशि हैं.. ओर हर आपदा को जीतने का विश्वास हैं.. परिवार के साथ बीते वो जिँदगी है...