Monday, February 25, 2019

##इस बहुत प्यारी दुनिया मे कुछ लोग बहुत करीब आने लगे।😐😣💔...🚶🚶??

## इस बहुत प्यारी दुनिया मे कुछ लोग बहुत करीब आने लगे।देखते ही देखते हम यूही मुस्कुराने लगे।

सोचा तो बहुत कुछ इन कुछ लोगो का करीब आना ठीक होगा। इनसे दिल लगाना ठीक होगा।इन पर भरोसा कर जाना ठीक होगा। अपनी ही दुनिया मे घुल मिल जाना ठीक होगा।

तभी दिल का मुझसे कहना हुआ। न कर भरोसा वरना तेरा दिल ऐसे ही टूटता जायेगा ।
काँच के जैसे टुकड़ो मे बँटता ही जायेगा,फिर तू इसे जोड़ने के लिये अकेला रह जायेगा ।
फिर जिँदगी मे तू कभी नही मुस्कुरायेगा, कभी नही मुस्कुरायेगा ।😐😣💔.............🚶🚶🚶???

Wednesday, February 20, 2019

##कुछ लिखना चाहता हूँ, कुछ सीखना चाहता हूँ।✍️📖👨‍👩‍👧‍👦😑

##कुछ लिखना चाहता हूँ,कुछ सीखना चाहता हूँ।
उस बंद कमरे की तन्हाई से कुछ सीखना चाहता हूँ।

कुछ पल ही तो हैं,जो बीत गये, कुछ पल मे खुशियाँ समेटना चाहता हूँ । कुछ मासूम बच्चो की हँसी ओर कुछ बुढ़ापे की जिंदादिली की  जिँदगी को इन शब्दों की डोरी मे पिरोना चाहता हूँ।

मेरे बूढ़े माँ - बाप के आँखों के सपनो को संजोना चाहता हूँ। कुछ लिखना चाहता हूँ ,कुछ सीखना चाहता हूँ ।✍️📖👨‍👩‍👧‍👦😑

Sunday, February 17, 2019

##क्या लिख दूँ क्या भर दूँ✍️📚📖

क्या लिख दूँ ,क्या भर दूँ, इन्ही पन्नो मे अपनी जिँदगीके सपने ही तो सच कर लूँ।  रात हो या दिन हो छोटे-छोटे सपनो के ही तो दिन हो ।कुछ अक्षरों से ही तो शब्द बड़े हो जायेंगे तभी तो वो इन पन्नो मे सुनहरे होते जायेंगे। तभी तो किसी के उपन्यास, किसी की कविता,किसी की कहानी मे;ये नजर आयेंगे क्या लिख दूँ क्या भर दूँ इन्ही पन्नो मे अपनी जिँदगी ही सच कर लूँ।✍️📚📖

Wednesday, February 13, 2019

##न जाने घरो की  ज़िन्दादिली, हँसी,अढ़केलिया कहा खो गई।🏕️🗻🏝️🏔️🦋....🚶

##न जाने घरो की  ज़िन्दादिली, हँसी,अढ़केलिया कहा खो गई छतों मे बैठ कर बेकार की बातों का दौर । बैठकर उस अम्बर को निहारना एक छत से दूसरे छत मैं भाग कर जाना। चुपके से सीढियो के पीछे छुपके उस डरपोक दोस्त को डराना,चिड़या उड़ का जमाना,कटी पतंग को लूटने के लिए दौड़ लगाना,रात में अंधेरो मे छतो मे लेटकर तारो को देख के मुस्कुराना यही था ।एक बेबाक जिँदगी ख्वाहिशो खजाना यही था ।एक बेबाक जिँदगी की ख्वाहिशो का खजाना🏕️🗻🏝️🏔️🦋**.....🚶

Tuesday, February 12, 2019

##जिँदगी मैं प्यार के बहाने खोजने लगे❤️🤝💑😊🕊️🐦

##जिँदगी मैं प्यार के बहाने खोजने लगे जिनसे लड़ते थे उनके पास आने के बहाने खोजने लगे। कोशिश तो की बहुत कुछ वक़्त ढेहर जाऊँ ,सम्हल जाऊँ,थम जाऊँ जिँदगी बर्बाद करने के बहाने खोजने लगे जिँदगी मैं प्यार के बहाने खोजने लगे। सुबह की चाय मैं खुशी के बहाने खोजने लगे इस बरसात के मौसम मैं किशोर कुमार के गाने खोजने लगे,टूटे रिस्तो को एक डोरी मैं बाँधने के बहाने खोजने लगे जिँदगी मैं प्यार के बहाने खोजने लगे।❤️🤝💑😊👨‍👩‍👧‍👧🐦🕊️

Saturday, February 2, 2019

##चलो कुछ हँसी लिखते हैं ,चलो कुछ नमी लिखते हैं।😊👫🤝💕

##चलो कुछ हँसी लिखते हैं ,चलो कुछ नमी लिखते हैं। छोटी सी जिँदगी लिखते हैं। हँसने ओर रोने के अफसनो की दिललगी लिखते हैं, बचपन की दोस्ती की कुछ खुशि लिखते हैं। बुढ़ापे मैं प्यार की जिंदादिली लिखते हैं, चलो कुछ हँसी लिखते हैं, चलो कुछ नमी लिखते हैं। छोटी सी ही सही पर खूबसूरत जिँदगी लिखते हैं।😊👫🤝💕

Friday, February 1, 2019

##गरीबी की चादर😑🕊️❣️😊

😑🕊️❣️😊##गरीबी की चादर को मैं ,ओढ़ लूँगा उसमे छोटा सा छेद करके मैं खुशियाँ बटोर लूँगा। उस छेद से टप  - टप करके खुशियाँ गिरेगी ,उस छेद से टप टप करके खुशियाँ गिरेगी उन खुशियोँ को मैं गरीबी की चादर के साथ मै तोल लूँगा तोल लूँगा।😑🕊️❣️😊

###परिवार और खुशियां❤️🌸🌱🌻🌺🍁

परिवार ही सब कुछ हैं... हिम्मत हैं... संबल हैं... ताकत हैं.. खुशि हैं.. ओर हर आपदा को जीतने का विश्वास हैं.. परिवार के साथ बीते वो जिँदगी है...