Saturday, April 24, 2021

##चलो आज हम मिलकर संयम का दामन पकड़ लेते हैं।❤️🌸🌱🌻🍁🌺🌼

चलो आज हम मिलकर संयम का दामन पकड़ लेते हैं।
 जहाँ कोई अपना हो न पराया हो 
 बस खुशिया हो और खुशियों का साया हो

गम के इस दौर में छोटी - छोटी ख़ुशियों से 
उस सिलेंडर में ऑक्सीजन का घड़ा भर लेते हैं
 
तपन के इस दौर में छायादार पेड़ ही बन लेते हैं
चलो आज हम मिलकर संयम का दामन पकड़ लेते हैं।
🌺🌼🍁🌻🌱🌸❤️😊

Friday, April 23, 2021

#जिँदगी#❤️🌱🌻🍁🌼🌸

##आज फिर मैंने जिँदगी को दो पहियों मे जाते देखा ।
उस शमसान घर मे आपनो को छोड़ दूसरो को आग लगाते देखा।

हर जगह बस डर सा माहौल हैं, उस सुनसान सी पटरी मे 
मौतो की रेल साबर हैं।

कोई अपनों को बचाने के लिये खुद को कुर्बान हैं।
इस महामारी के दौर मैं इंसान न इंसान हैं।

मौतो का वो मंजर ओर रोने की वो चीख लिये भटक रहे हैं।
अपने -अपनो की भीख लिये।

अब कोई मंदिर - मस्जिद का दरवाजा नहीं खट खटता 
अब तो वो अस्पताल ही भगवान का घर बन जाता हैं।

जहाँ इंसान छोटी सी उम्मीद लिये जिँदगी की दौड़ लगाता हैं।
अब तो वह अस्पताल ही भगवान का घर बन जाता हैं।🌸🌼🍁🌻🌱😐🌻🌱❤️

###परिवार और खुशियां❤️🌸🌱🌻🌺🍁

परिवार ही सब कुछ हैं... हिम्मत हैं... संबल हैं... ताकत हैं.. खुशि हैं.. ओर हर आपदा को जीतने का विश्वास हैं.. परिवार के साथ बीते वो जिँदगी है...